निदेशक का संदेश
डॉ. विनीता एस. सहाय
निदेशक, आईआईएम बोधगया
प्रबोधन की भूमि : बोधगया में स्वागत है!
उस समय जब भारत बड़ी विश्व अर्थव्यवस्था बनने के लिए अग्रसर है, आईआईएम बोधगया व्यापक रूप से उस दिशा में व्यवसायिक प्रतिभाओं के निर्माण में योगदान दे रहा है। हमारा प्रमुख प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम शैक्षणिक यत्न और प्रयास दोनों रूपों में उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
यह विद्यार्थियों के उत्साह, रचनात्मकता और स्थान जहाँ वे तैनात होते हैं तदनन्तर संस्थान में अपना योगदान देते हैं के अनुभव को चैनलिंग के द्वारा विद्यार्थियों को भूमंडलीकृत विश्व के लिए तैयार करता है। पीजीपी पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को प्राधिकृत विद्यार्जन अनुभव जो कि उन्हें विषयवस्तु में बद्ध करता है और वास्तविक वैश्विक कुशलताओं में शिक्षित करता है, में हिस्सेदारी करने हेतु उत्साहित करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाता है। कक्षाकक्ष नये स्नातक पूर्व छात्रों का एक भिन्न संयोजन है और एकाधिक क्षेत्रों से आए पेशेवर विद्यार्थियों का एक स्पेक्ट्रम है। हमारा कार्यक्रम अप्रत्याशित व्यवसाय परिदृश्य में आवश्यक संज्ञानात्मक क्षमता, संचार योग्यता और प्रशासनिक सतर्कता की शिक्षा देता है।
यद्यपि हम नये हैं तथापि हम व्यवसाय के भावी नेताओं का निर्माण करने के लिए विद्यार्थियों के साथ-साथ उत्कृष्ट स्वप्रेरित शिक्षकों के समूह के निर्माण के लिए देशभर से श्रेष्ठ और उत्कृष्ट प्रतिभाओं को आकर्षित करने में सक्षम रहे हैं। शैक्षणिक के साथ-साथ हमारे विद्यार्थी खेलकूद सहित कई पाठयोत्तर गतिविधियों में हिस्सेदारी करते हैं। नि:संदेह, हमारे विशिष्ट संस्थान में बिताये हुए समय प्रबंधकीय प्रतिभा के निरंतर परिप्रक्ष्य के निर्माण में लंबे सफर तक साथ जाती है। हम हमारे विद्यार्थियों को हमेशा उन्नतिशील परिवर्तनशील पेशेवर कारपोरेट संस्कृति में अभ्यस्त बनाने हेतु सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान रखते हैं। हमारा अंतिम लक्ष्य शिक्षा का प्रयोग विश्व को बदलने, समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने, सतत विकास के औजार के रूप में करना है।
यह नालंदा की भूमि है, जहाँ पूरी दुनिया से विद्वान ज्ञान की प्राप्ति एवं प्रसार के लिए आते हैं और अथक कार्य करते हैं। ऐसी समृद्ध विरासत और इतिहास की पृष्ठभूमि के साथ, हमारा आईआईएम बोधगया, के उपर इस समृद्ध विरासत और परंपरा को कायम रखने की भारी जिम्मेदारी है। हम सौभाग्यशाली हैं कि उस धरती पर स्थापित हुए हैं, जहाँ ज्ञान परंपरा है; अज्ञात की निरंतर खोज सर्वोत्कृष्ट प्रयास है। मूल्य जैसे कि “सचेतन” हवा में है और “क्या होना है” “क्या करना है” से मूल्यवान है। ऐसे समृद्ध मूल्यों के साथ जो कि आज की अव्यवस्थित दुनिया के लिए आवश्यक हैं, हम प्रभावी नेताओं के निर्माण में अपने महत्वपूर्ण योगदान के प्रति आश्वस्त हैं।